उनकी ज़ुबान ही कुछ ऐसी है....की वोह फूल कहते हैं तो सुनाई देता काँटा है,
वोह आय लव यू कहते हैं...तो भी लगता है जैसे डांटा है.
कुदरत ने गुस्सा बांटते वक़्त उनके हिस्से में थोड़ा ज्यादा बांटा है,
वोह आय लव यू कहते हैं...तो भी लगता है जैसे डांटा है.
अपनी बात पूरी करके वोह पूछते हैं...क्यों इतना सन्नाटा है,
वोह आय लव यू कहते हैं...तो भी लगता है जैसे डांटा है.
गालों पर हाथ घुमाते हुए कुछ कहते हैं....तो लगता जैसे चांटा है.
वोह आय लव यू कहते हैं...तो भी लगता है जैसे डांटा है.
वोह आय लव यू कहते हैं...तो भी लगता है जैसे डांटा है.