हर सांस लेने से पहले और लेने के बाद करते हैं
आप से बहोत ज्यादा हम आपको याद करते हैं
Friday, October 29, 2010
Aap aur Chaand
सदियों से यूं लगता था जैसे इस दिल के घर में काला बादल छाया है
आपके आने से ऐसा लगा जैसे चाँद भूलके रास्ता मेरे घर आया है
आपके आने से ऐसा लगा जैसे चाँद भूलके रास्ता मेरे घर आया है
Phool Aur Kanta
काँटा बनके भी हम ये सोच कर ज़िन्दगी का मज़ा लेंगे
कभी भूल से ही सही, इस कांटे को भी फूल के साथ जुल्फों में वो सजा लेंगे.
कभी भूल से ही सही, इस कांटे को भी फूल के साथ जुल्फों में वो सजा लेंगे.
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